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रचनात्मक लेखन कार्यशाला में प्रतिभागियों ने सीखे लेखन कौशल के गुर

  • Writer: Abua Disum
    Abua Disum
  • Jun 27, 2023
  • 2 min read

रचनात्मक लेखन कार्यशाला 15 जून से 22 जून 2023 तक मोरहाबादी में डॉ. रामदयाल मुंडा जनजातीय कल्याण और अनुसंधान संस्थान में आयोजित की गई थी। इस सेमिनार का उद्देश्य महत्वाकांक्षी लेखकों को अपने रचनात्मक लेखन कौशल को बढ़ाने और फिल्म और पटकथा लेखन की कला में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए एक मंच प्रदान करना था।



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सेमिनार एक परिचयात्मक सत्र के साथ शुरू हुआ, जहां प्रसिद्ध लेखकों और फिल्म से जुड़े बुद्धिजीवियों ने रचनात्मक लेखन प्रक्रिया का अवलोकन प्रदान किया। प्रतिभागियों को विभिन्न लेखन तकनीकों, कहानी कहने के तत्वों और काल्पनिक और गैर-काल्पनिक लेखन दोनों में चरित्र विकास के महत्व से परिचित कराया गया।


सेमिनार गहन रचनात्मक लेखन कार्यशालाओं पर केंद्रित था। अनुभवी लेखकों और आकाओं की सहायता से प्रतिभागी इंटरैक्टिव सत्रों, लेखन अभ्यासों और समूह चर्चाओं में शामिल हुए। कार्यशालाओं में कथा, कविता और रचनात्मक गैर-काल्पनिक सहित विभिन्न शैलियों को शामिल किया गया, जिससे प्रतिभागियों को अपनी लेखन क्षमता का पता लगाने और रचनात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त करने की दिशा मिली।


सेमिनार ने रचनात्मकता, सहयोग और सीखने के माहौल को बढ़ावा दिया, जिससे प्रतिभागियों को विभिन्न लेखन शैलियों और तकनीकों का पता लगाने के लिए सशक्त बनाया गया। सेमिनार के अंत तक, प्रतिभागियों ने रचनात्मक लेखन की गहरी समझ हासिल कर ली थी और वे साहित्यिक और सिनेमाई दोनों क्षेत्रों में अपनी लेखन आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक उपकरणों से लैस थे। सेमिनार ने उभरते लेखकों के लिए एक मील का पत्थर साबित किया, जिससे उन्हें आत्मविश्वास और कौशल के साथ अपनी रचनात्मक यात्रा शुरू करने की प्रेरणा मिली।



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सत्रों में वक्ताओं के तौर पर फिल्म निर्देशक श्री मेघनाथ एवं बीजू टोप्पो, साहित्यकार श्री हरिराम मीणा, लेखक महादेव टोप्पो, आदि मौजूद थे। साथ ही टी.आर.आई के निदेशक श्री रणेंद्र, अखड़ा के रुपेश साहू, अनामया से गुंजल इकिर मुण्डा( प्रबंधक, संस्कृति) और भारी संख्या में छात्र एवं शिक्षक शामिल थे।



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