गांव-जंगल-पहाड़ की कविताएं गांव-जंगल-पहाड़ के लोगों को सुनाते हुए
- Jacinta Kerketta
- Mar 23, 2023
- 1 min read
नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज को पुनः अधिसूचित किए जाने के प्रस्ताव पर झारखंड सरकार द्वारा रोक लगा दिए जाने के बाद इस वर्ष 22-23 मार्च को लोगों ने इसे संकल्प दिवस सह विजय दिवस के रूप में मनाया.

नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज को पुनः अधिसूचित किए जाने के प्रस्ताव पर झारखंड सरकार द्वारा रोक लगा दिए जाने के बाद इस वर्ष 22-23 मार्च को लोगों ने इसे संकल्प दिवस सह विजय दिवस के रूप में मनाया.
लोगों ने उन अगुआ लोगों को याद किया जिन्होंने इस आंदोलन की शुरूआत की और उनमें से कई अब नहीं हैं. उन बच्चों, युवाओं से समाज को आगे ले जाने की बात कही जो इसे देखते-देखते बड़े हो रहे हैं. आंदोलन के दौरान अपने प्राण देने वाले लोगों को भी याद किया. ग्राम सभा को सशक्त करने, वनाधिकार से जुड़े कानूनों की जानकारी के साथ आंदोलन से जुड़ी महिलाओं की भूमिका पर भी लोगों ने अपनी बातें रखीं. देर शाम तक लोग गीत गाते और नृत्य करते रहे. लोगों ने हर साल की तरह रात जंगल में बिताई. चूल्हे जलते रहे, भात पकते रहे और लोग अपनी बातें साझा करते रहे.



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